Road accident in Punjab: घने कोहरे के कारण छह वाहन टकराए, पांच लोग घायल
Road accident in Punjab: पंजाब के बठिंडा-डबवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह घने कोहरे के कारण एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें ट्रक सहित छह वाहनों के पीछे से एक-दूसरे से टकरा जाने से पांच लोग घायल हो गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई।
घटना की जानकारी मिलते ही, साहरा जनसेवा संगत और अन्य सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों ने घायल लोगों को बठिंडा और डबवाली के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज जारी है। यह दुर्घटना बठिंडा-डबवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गांव गुरुसर सैनीवाला और घरी बुट्टर के पास हुई।
घने कोहरे की वजह से हुई दुर्घटना
साहरा जनसेवा संगत के सदस्य सिकंदर कुमार ने बताया कि उन्हें नियंत्रण नंबर से सूचना मिली थी कि घने कोहरे के कारण कई वाहन एक-दूसरे से टकरा गए। जानकारी के बाद वे अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और देखा कि पांच लोग घायल हैं। उनमें से दो को डबवाली के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि तीन को बठिंडा में इलाज के लिए भेजा गया। घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
सिकंदर कुमार ने यह भी बताया कि इस दुर्घटना में किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि घने कोहरे की वजह से सबसे पहले एक ट्रक एक कार से टकराया। इसके बाद, उस ट्रक के पीछे आ रहे तीन अन्य वाहन भी ट्रक से टकरा गए। इसके अतिरिक्त, एक पीआरटीसी बस भी उसी ट्रक से टकराई, जो बठिंडा-डबवाली मार्ग पर घने कोहरे के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हुआ भारी नुकसान
साहरा जनसेवा संगत के सदस्य ने बताया कि इस दुर्घटना में शामिल वाहनों को काफी नुकसान हुआ है। इस घटना से सड़क पर यातायात की स्थिति भी बिगड़ गई। बठिंडा और डबवाली अस्पतालों में इलाज के लिए घायल व्यक्तियों को भेजा गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
यातायात पुलिस ने दी ड्राइविंग के दौरान सावधानी बरतने की सलाह
इस दुर्घटना के बाद, यातायात प्रभारी मंजीत सिंह ने कहा कि घने कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय खास ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे घने कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाएं और वाहनों पर रिफ्लेक्टर जरूर लगवाएं। इसके साथ ही, वाहन में दोनों पार्किंग लाइट्स चालू रखें ताकि आगे और पीछे चल रहे वाहनों को आसानी से पता चल सके कि कोई वाहन उनके सामने है।
मंजीत सिंह ने यह भी बताया कि घने कोहरे में वाहन चलाते समय वाहन की रफ्तार को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इस समय दृश्यता बेहद कम होती है और हादसे का खतरा बढ़ जाता है।
कोहरे में वाहन चलाने के लिए अहम टिप्स
- धीमी गति से चलाएं: घने कोहरे के दौरान वाहन की गति को कम रखें, ताकि अचानक सामने आने वाली किसी भी समस्या से निपटने के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
- रिफ्लेक्टर का उपयोग करें: अपने वाहन पर रिफ्लेक्टर लगवाएं ताकि दृश्यता बेहतर हो और अन्य वाहन आपको देख सकें।
- पार्किंग लाइट्स का उपयोग करें: अपने वाहन की दोनों पार्किंग लाइट्स चालू रखें ताकि पीछे आ रहे वाहन को पता चल सके कि आपका वाहन सामने है।
- ब्रेक लाइट्स का ध्यान रखें: कोहरे में वाहन के ब्रेक लाइट्स की स्थिति पर ध्यान रखें, ताकि वाहन के रुकने या धीमा होने पर पीछे आ रहे वाहन को स्पष्ट संकेत मिले।
- स्मार्टफोन का उपयोग न करें: ड्राइविंग के दौरान किसी भी प्रकार का मोबाइल या अन्य गैजेट का उपयोग न करें। यह ध्यान की कमी का कारण बन सकता है, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है।
समाजसेवी संस्थाओं का योगदान
साहरा जनसेवा संगत और अन्य सामाजिक संगठन ने इस हादसे के बाद तुरंत सहायता प्रदान की। समाजसेवी संस्थाओं के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे और घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। उनके इस योगदान के कारण घायलों को समय पर इलाज मिल सका, जिससे बड़ी हानि से बचा जा सका।
सिकंदर कुमार ने बताया कि हादसे के बाद उनके संगठन को सूचना मिलते ही वे और उनकी टीम मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने कहा कि समाजसेवी संगठन हमेशा इस तरह की परिस्थितियों में लोगों की मदद के लिए तैयार रहते हैं और उनका उद्देश्य हमेशा समाज की भलाई करना है।
आगे की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
यह घटना एक गंभीर चेतावनी के रूप में सामने आई है, जहां कोहरे की वजह से दुर्घटनाओं का खतरा अधिक बढ़ जाता है। यातायात पुलिस और प्रशासन को इस प्रकार की स्थितियों में लोगों को जागरूक करने के लिए और भी प्रयास करने होंगे। साथ ही, कोहरे के समय वाहन चलाने के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन करना बेहद जरूरी है ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
इस दुर्घटना में पांच लोग घायल हुए, लेकिन राहत की बात यह है कि किसी की जान नहीं गई। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि घने कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। लोगों को कोहरे के दौरान अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही, समाजसेवी संस्थाओं का यह प्रयास सराहनीय है, जिन्होंने घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की और समय पर इलाज सुनिश्चित किया।